भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे बर्मिंघम टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया ने अपने शानदार प्रदर्शन से मैच को पूरी तरह अपने पक्ष में मोड़ लिया। जहां कप्तान शुभमन गिल ने अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक लगाकर क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया, वहीं रवींद्र जडेजा ने अपनी फिफ्टी के बाद मशहूर ‘सोर्ड सेलिब्रेशन’ के जरिए मैदान पर रंग जमा दिया। भारतीय बल्लेबाजों के विस्फोटक प्रदर्शन के बाद गेंदबाजों ने भी इंग्लिश बल्लेबाजी को झकझोर डाला। दिन के अंत तक इंग्लैंड के तीन महत्वपूर्ण विकेट गिर चुके थे और टीम 510 रनों से पीछे चल रही थी।
शुभमन गिल की ऐतिहासिक पारी: 269 रन और स्टैंडिंग ओवेशन

कप्तान शुभमन गिल ने बर्मिंघम के मैदान पर बल्लेबाजी का जो नमूना पेश किया, वह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गया। उन्होंने 387 गेंदों में 269 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 34 चौके और 2 छक्के शामिल थे। उनकी इस लाजवाब पारी के दौरान मैदान में मौजूद दर्शकों ने तालियों की गूंज और खड़े होकर उनका स्वागत कर ‘स्टैंडिंग ओवेशन’ दिया। यह शुभमन के टेस्ट करियर की पहली डबल सेंचुरी थी और बतौर कप्तान भी यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर है।
इस पारी के दौरान गिल ने कई दिग्गजों के रिकॉर्ड तोड़े। उन्होंने इंग्लैंड में किसी भारतीय कप्तान द्वारा सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। उन्होंने सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे बल्लेबाजी के महारथियों के रिकॉर्ड्स को पीछे छोड़ा।
जडेजा का सोर्ड सेलिब्रेशन: मैदान में जश्न की चमक

रवींद्र जडेजा का बल्लेबाजी फॉर्म भी शानदार रहा। उन्होंने 52 रनों की उपयोगी पारी खेली और एक बार फिर अपने अनोखे अंदाज़ में ‘सोर्ड सेलिब्रेशन’ किया। जैसे ही उन्होंने अपनी फिफ्टी पूरी की, उन्होंने बल्ले को तलवार की तरह हवा में लहराया। यह उनका ट्रेडमार्क स्टाइल है जिसे वे अपनी हर महत्वपूर्ण पारी के बाद दोहराते हैं।
जडेजा ने अब तक टेस्ट क्रिकेट में 23 हाफ सेंचुरी और 4 सेंचुरी बनाई हैं। उनके जुझारू प्रदर्शन और आक्रामक सोच ने भारत की पारी को मजबूती प्रदान की।
टीम इंडिया का स्कोर: 587 रन
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कुल 587 रन बनाए। गिल के दोहरे शतक और जडेजा की फिफ्टी के अलावा विराट कोहली (71 रन), श्रेयस अय्यर (58 रन) और वॉशिंगटन सुंदर (43 रन) ने भी अहम योगदान दिया। इंग्लैंड की ओर से सईद बशीर ने 3 विकेट चटकाए, जबकि जेम्स एंडरसन और जो रूट को 2-2 सफलताएं मिलीं।
इंग्लैंड की मुश्किलें शुरू: शुरुआती झटकों से डगमगाई टीम
भारत की धमाकेदार पहली पारी के जवाब में इंग्लैंड की शुरुआत बेहद खराब रही। दिन का खेल खत्म होने से पहले ही इंग्लैंड ने अपने तीन अहम विकेट गंवा दिए। तेज गेंदबाज आकाशदीप ने शानदार गेंदबाजी करते हुए लगातार दो गेंदों में दो विकेट चटकाए।
बेन डकेट और ओली पोप बिना खाता खोले ही आउट हो गए। डकेट को शुभमन गिल ने स्लिप में कैच किया, जबकि पोप को केएल राहुल ने शानदार डाइविंग कैच से चलता किया। आकाशदीप ने अपनी सटीक लाइन और स्विंग से इंग्लिश बल्लेबाजों को पूरी तरह चौंका दिया।
तीसरा विकेट वॉशिंगटन सुंदर ने लिया, जिन्होंने जो रूट को बोल्ड किया। इंग्लैंड अब पहली पारी में भारत से 510 रन पीछे है और उन पर फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा है।
जो रूट की बाउंसर: एक अनोखा पल
मैच का एक दिलचस्प मोमेंट तब आया जब इंग्लैंड के अनुभवी ऑफ स्पिनर जो रूट बाउंसर फेंकते नजर आए। 139वें ओवर की पांचवीं गेंद उन्होंने आकाशदीप के खिलाफ लेग स्टंप की ओर शॉर्ट पिच फेंकी, जिसे आकाशदीप ने छोड़ दिया। यह पल क्रिकेट प्रेमियों के लिए हैरानी से भरपूर था क्योंकि रूट आमतौर पर अपनी ऑफ स्पिन के लिए जाने जाते हैं।
इससे पहले इसी ओवर में रूट ने सुंदर को क्लीन बोल्ड किया था।
भारत की अंडर-19 टीम भी बनी गवाह
मैच के दौरान भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम के खिलाड़ी भी बर्मिंघम टेस्ट का रोमांच देखने पहुंचे। इंग्लैंड दौरे पर गई इस टीम के युवा खिलाड़ी जैसे 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी और अन्य टीम मेंबर्स स्टेडियम में देखे गए। उनके लिए यह अनुभव प्रेरणादायक रहा होगा, क्योंकि उन्होंने भारतीय टीम को एक मजबूत प्रदर्शन करते हुए अपनी आंखों के सामने देखा।
शुभमन गिल के रिकॉर्ड्स की झलक:

269 रन – इंग्लैंड में किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर
387 गेंदों पर – संयम और आक्रमकता का बेहतरीन संतुलन
गावस्कर, कोहली और तेंदुलकर जैसे दिग्गजों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा
टेस्ट करियर की पहली डबल सेंचुरी
इंग्लैंड की चुनौतियाँ:
अब इंग्लैंड के सामने सबसे बड़ी चुनौती है फॉलोऑन से बचना। भारतीय गेंदबाज जिस तरह की लय में हैं, उसे देखते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। अगर वे पहली पारी में फॉलोऑन से नहीं बच पाए, तो भारत के पास मैच को तीन दिन में खत्म करने का भी मौका हो सकता है।
आने वाले दिन की रणनीति:
भारत अब तीसरे दिन इंग्लैंड को जल्द से जल्द ऑलआउट करने की कोशिश करेगा ताकि फॉलोऑन थोपकर फिर एक बार बल्लेबाजी की जरूरत न पड़े। वहीं इंग्लैंड की कोशिश रहेगी कि वे विकेट न खोकर पहले पारी को किसी तरह संभाल सकें।