मध्यप्रदेश में मानसून रफ्तार पकड़ चुका है। मंगलवार को इंदौर समेत 15 जिलों में मानसून पहुंचा, जिससे अब तक कुल 19 जिलों में इसकी एंट्री हो चुकी है। इसके साथ ही प्रदेशभर में तेज हवाएं, बिजली गिरना और बारिश का दौर भी शुरू हो गया है।

दिल्ली में भारी बारिश, फ्लाइट भोपाल डायवर्ट
जोधपुर से दिल्ली जा रही फ्लाइट को मंगलवार शाम 4:50 बजे ज्यादा बारिश के कारण भोपाल एयरपोर्ट पर उतारना पड़ा। इस फ्लाइट में केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी सवार थे।
आकाशीय बिजली से 3 मौतें, बेटा बाल-बाल बचा
सिंगरौली: दो बच्चियों की बिजली गिरने से मौत।
सीधी (सिहावल): किसान कमलेश्वर पटेल (43) की मौत, बेटा बचा।
इन जिलों में हुई बारिश
भोपाल, राजगढ़, धार, रतलाम, छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, सतना, टीकमगढ़ सहित कई जिलों में बारिश रिकॉर्ड की गई
तापमान में गिरावट, पचमढ़ी सबसे ठंडा
शिवपुरी: सबसे गर्म (40°C)
पचमढ़ी: सबसे ठंडा (28.2°C)
भोपाल: 34.4°C
इंदौर: 32.2°C
ग्वालियर: 38.5°C
उज्जैन: 33°C
जबलपुर: 34.5°C
भोपाल में दो दिन में मानसून, ग्वालियर सबसे आखिरी
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 48 घंटों में भोपाल में मानसून पहुंचेगा, जबकि ग्वालियर-चंबल में सबसे अंत में इसकी एंट्री होगी। एक सप्ताह में पूरे प्रदेश में मानसून छा जाने की संभावना है। इस दौरान कई जिलों में भारी बारिश भी हो सकती है।
38 जिलों में अलर्ट: तेज आंधी और बिजली गिरने की चेतावनी

अलर्ट वाले जिले:
तेज तूफान (80 किमी/घंटा तक): उमरिया, शहडोल, मैहर, सीधी
आंधी-बारिश संभावित: सिंगरौली, सतना, कटनी, पन्ना, रीवा, डिंडोरी, जबलपुर, मुरैना, छिंदवाड़ा, बैतूल, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, श्योपुर, ग्वालियर, शिवपुरी, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, सागर, मऊगंज, अलीराजपुर, रतलाम, भिंड, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, खंडवा, देवास, राजगढ़।
प्रदेश में मानसून ने अपनी मौजूदगी दर्ज करा दी है। अगले कुछ दिनों में यह पूरे मध्यप्रदेश को कवर कर लेगा। लोगों को तेज हवाओं और बिजली गिरने से सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
MP Weather Update: 14 जिलों में झमाझम बारिश, तापमान में आई गिरावट, भोपाल-इंदौर हुए ठंडे
मध्यप्रदेश में मानसून ने आखिरकार दस्तक दे दी है। सोमवार को बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर के रास्ते प्रदेश में मानसून प्रवेश कर गया। इसके साथ ही छतरपुर, रीवा, मंडला, धार, गुना, रतलाम, सागर, सतना, बालाघाट, टीकमगढ़, अशोकनगर और हरदा जैसे जिलों में भी अच्छी बारिश हुई।
छतरपुर के नौगांव में 9 घंटे में सबसे ज्यादा 1.25 इंच बारिश दर्ज की गई। रीवा में भी 1 इंच से ज्यादा पानी गिरा। भोपाल में मौसम ने शाम को करवट ली और कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी हुई।
तापमान में बड़ी गिरावट, सिर्फ नर्मदापुरम 40 पार
बारिश के कारण तापमान में खासी गिरावट देखी गई। सोमवार को सिर्फ नर्मदापुरम का पारा 40.2°C रहा, जबकि बाकी सभी प्रमुख शहरों में यह 40 से नीचे रहा:
भोपाल: 37.5°C
इंदौर: 34.6°C
ग्वालियर: 37°C
उज्जैन-जबलपुर: 38°C
पचमढ़ी सबसे ठंडा: 31.2°C
दो सिस्टम एक्टिव, अगले कुछ दिन और बारिश
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक, वर्तमान में दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय हैं, जिसकी वजह से प्रदेश में आंधी-बारिश का दौर बना हुआ है। मानसून भी पूरी तरह सक्रिय हो गया है।
एक दिन देरी से पहुंचा मानसून
इस बार देश में मानसून 8 दिन पहले ही आ गया था, लेकिन मध्यप्रदेश में यह 15 जून की बजाय 16 जून को पहुंचा। पिछले साल मानसून 21 जून को आया था। कारण रहा महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में मानसून का लंबे समय तक अटका रहना।
10 सालों में जून में कैसा रहा मौसम?

भोपाल
पिछले 10 वर्षों में जून में 4 बार पारा 45°C पार गया
2020 में सबसे ज्यादा 16 इंच बारिश हुई
2024 में जून में 10.9 इंच पानी गिरा
अब तक का रिकॉर्ड: 5 इंच बारिश 24 घंटे में (23 जून 2003)
इंदौर
पिछले 5 सालों में कम गर्मी
2024 में 40.6°C तक गया तापमान
2024 में जून में 4 इंच बारिश
1980 में रिकॉर्ड 17 इंच बारिश, 3 जून 1991 को पारा 45.8°C
जबलपुर
मानसून की एंट्री अकसर यहीं से होती है
2024 में 8 इंच बारिश
1998 में रिकॉर्ड 30 इंच बारिश
16 जून 1882 को 7.5 इंच बारिश एक दिन में
उज्जैन
हर साल जून में 2.5 से 8 इंच बारिश
2024 में जून में 5.5 इंच पानी गिरा
2001 में 24 घंटे में 6.5 इंच बारिश का रिकॉर्ड
1970 में पूरे जून में 13.5 इंच बारिश
मध्यप्रदेश में अब मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। अगले कुछ दिनों में प्रदेश के और जिलों में अच्छी बारिश की संभावना है। तापमान में और गिरावट की उम्मीद है, जिससे गर्मी से राहत मिलने वाली है।