मध्य प्रदेश के पांच शहरों में ब्लैकआउट किया गया।
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में बुधवार को शाम 7:30 से 7:45 बजे तक मॉक ड्रिल के तहत ब्लैकआउट किया गया। इस दौरान लोगों ने अपने घरों की और दुकानों की और दफ्तरों की लाइट बंद रखी। सड़कों पर वाहनों की हेडलाइट भी बंद कर दी जिसे शेरों में अंधेरा छा गया। यहां अभ्यास केंद्र सरकार के निर्देश अनुसार किया गया जिसका उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में प्रतिक्रया क्षमता का परीक्षण था।
मुख्य गतिविधियां:
भोपाल और जबलपुर: मॉल में आग लगने की नकली घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। दमकल और मेडिकल टीमें समय पर मौके पर पहुंचीं।
इंदौर:

इंदौर के डेंटल कॉलेज में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
ग्वालियर:

रेलवे स्टेशन पर इमारत गिरने का और मलबे में लोगों को हंसने का सीन तैयार किया गया सिविल डिफेंस की की टीमों द्वारा रेस्क्यू किया गया।
कटनी:

साधु राम स्कूल की छत पर प्रतीकात्मक बम गिराया गया। जवानों और फायर ब्रिगेड ने आग बुझाने और लोगों को बचाने का अभ्यास किया।
जबलपुर:

मॉल में प्रतीकात्मक बम गिराए गए। मॉल में भगदड़ के बीच फायर फाइटर्स ने राहत कार्य किया।
भोपाल में विशेष आयोजन:
डीबी मॉल में अग्नि सुरक्षा का अभ्यास किया गया।
हमीदिया अस्पताल और एम्स में ब्लैकआउट के दौरान सभी ने सहयोग किया। मेडिकल सेवाएं जारी रहीं।
अस्पतालों की छत पर रेड क्रॉस चिन्ह बनाया गया ताकि जैसे ही युद्ध जैसे हालात हो तो इन्हें सुरक्षित रख सके।
लोगों का सहयोग सराहनीय:
अधिकारियों के अनुसार अधिकतर लोगों ने अपने घरों की और दुकानों की लाइट बंद रखी और वाहनों की आवाज भी कम हुई। हालांकि कुछ स्थानों पर जागरूकता की कमी दिखाई जहां लाइट बंद नहीं की गई थी।
यह मॉक ड्रिल राज्य की तैयारियों का परीक्षण था ताकि किसी भी आपात स्थिति में जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।