आमिर खान की फिल्म सितारे जमीन पर बॉक्स ऑफिस और दर्शकों के दिलों दोनों में अपनी खास जगह बनाने में सफल रही है।

फिल्म ने पांचवें दिन यानी मंगलवार को भी शानदार कमाई करते हुए यह साबित किया है कि वीकडेज में भी इसका जादू बरकरार है। अब तक फिल्म ने लगभग 75 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है, जो इसकी जबरदस्त लोकप्रियता और दमदार कंटेंट का सबूत है।
समाज में नजरिए का बदलता अर्थ
‘सबका अपना-अपना नॉर्मल होता है’ – यह संवाद फिल्म सितारे जमीन पर के मूल भाव को बेहद सटीकता से पेश करता है।
निर्देशक आर.एस. प्रसन्ना और आमिर खान ने इस फिल्म में न्यूरोडायवर्जेंट लोगों को केंद्र में रखते हुए यह अहसास कराया है कि जिन लोगों को अक्सर ‘अब्नॉर्मल’ कहकर खारिज किया जाता है, वे दरअसल हमें इंसानियत का असली अर्थ सिखाते हैं। यह फिल्म न केवल एक भावपूर्ण कहानी है, बल्कि यह सोचने और आत्मचिंतन करने का मौका भी देती है कि क्या असली ‘अब्नॉर्मलिटी’ लोगों में है या फिर उस नजरिए में, जिससे हम दूसरों को देखते हैं।
आमिर का दमदार प्रदर्शन और बॉक्स ऑफिस कलेक्शन

बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले आमिर खान इस फिल्म में गुस्सैल मगर जिंदादिल बास्केटबॉल कोच की भूमिका में नजर आते हैं, जो न्यूरोडायवर्जेंट बच्चों की टीम को ट्रेन करता है। यह इमोशनल और दिल छू लेने वाली कहानी दर्शकों को प्रभावित करने में पूरी तरह सफल रही है। 20 जून को रिलीज होने वाली यह फिल्म पांच दिन में ही लगभग 75 करोड़ रुपये कमा चुकी है और रफ्तार कम होने का नाम नहीं ले रही है।
दक्षिण भारतीय सिनेमा के दिग्गज निर्देशक का दमदार अंदाज
दक्षिण सिनेमा में अपनी सृजनशीलता का लोहा मनवा चुके निर्देशक आर. एस. प्रसन्ना ने ‘सितारे जमीन पर’ के जरिए एक संवेदनशील विषय को बेहद सादगी और सहजता से पेश किया है। यह फिल्म स्पैनिश फिल्म चैंपियंस का भारतीय संस्करण है, लेकिन लेखिका दिव्य निधि शर्मा ने इसे भारतीय संदर्भ में गहराई से ढालने का शानदार काम किया है। फिल्म में डाउन सिंड्रोम से जूझ रहे वास्तविक लोगों का अभिनय इसे और अधिक विश्वसनीय और मार्मिक बनाता है। हालांकि फिल्म का पहला हिस्सा थोड़ा धीमा है और उसमें एडिटिंग में थोड़े कसावट की गुंजाइश थी, मगर इंटरवल के बाद फिल्म भावनाओं, मनोरंजन और सन्देश का बेहतरीन मेल पेश करती है।
समाज में समावेश और हास्य का सुंदर मेल
निर्देशक ने इस जटिल विषय को मेलोड्रामा या लेक्चर में बदलने के बजाय हास्य और सहानुभूति का सहारा लेकर पेश किया है। फिल्म यह सीख देती है कि विशेष या ‘अब्नॉर्मल’ कहने के बजाय हमें सभी को सामान्य और बराबरी के दृष्टिकोण से देखना चाहिए। फिल्म में गुलशन की मां का सबप्लॉट और राम संपत का बैकग्राउंड स्कोर विशेष आकर्षण है, जबकि शंकर-एहसान-लॉय का गाना ‘गुड फॉर नथिंग’ पूरी फिल्म में एक अलग रंग भरता है।
बॉक्स ऑफिस में 271% की जबरदस्त वृद्धि
फिल्म सितारे जमीन पर बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में तीसरे दिन तक लगभग 50.70% की ऑक्यूपेंसी दर्ज कर चुकी है, जो पहले दिन से लगभग 271% की वृद्धि है। यह फिल्म तीन दिन में ही आमिर खान की पिछली फिल्म लाल सिंह चड्ढा के लाइफटाइम कलेक्शन (61.36 करोड़) को पीछे छोड़ चुकी है और अब 100 करोड़ के क्लब में शामिल होने की राह पर है।