संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था IAEA (इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी) ने चेतावनी दी है कि ईरान के पास एटम बम के लिए जरूरी 60% शुद्धता वाला यूरेनियम मौजूद है। एजेंसी के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने एक इंटरव्यू में कहा कि ईरान कुछ ही महीनों में अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम फिर से शुरू कर सकता है।
उन्होंने बताया कि अमेरिकी हमलों से पहले यूरेनियम का यह भंडार या तो हटा लिया गया या नष्ट हो गया, यह स्पष्ट नहीं है।
अमेरिका-इजराइल ने ईरानी ठिकानों पर हमला किया
13 जून को इजराइल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमले किए थे। इसके बाद अमेरिका ने भी B-2 बॉम्बर्स के जरिए फोर्डो, नतांज और इस्फहान की परमाणु साइट्स को निशाना बनाने का दावा किया। इन हमलों के बाद ईरान ने IAEA के निरीक्षकों को फोर्डो साइट पर जाने से रोक दिया और संयुक्त सहयोग भी खत्म कर दिया।
ईरान की चेतावनी: “ट्रंप ने भाषा नहीं बदली तो समझौता नहीं”
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी कि अगर वह ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई के खिलाफ अपमानजनक भाषा बंद नहीं करते, तो किसी समझौते की उम्मीद न रखें। अराघची ने कहा कि ट्रंप का बयान खामेनेई ही नहीं, उनके करोड़ों समर्थकों का अपमान है।
ट्रंप का दावा: “मैंने खामेनेई को मरने से बचाया”

27 जून को ट्रंप ने कहा कि उन्होंने खामेनी को “भयानक मौत” से बचाया था। उन्होंने दावा किया कि वह खामेनी के ठिकाने को जानते थे, लेकिन अमेरिकी और इजराइली सेना को उनकी हत्या से रोक दिया। उन्होंने ईरान पर वैश्विक सहयोग की जगह नफरत फैलाने का आरोप भी लगाया।
इजराइली रक्षा मंत्री का बयान: “मौका होता तो खामेनी को मार देते”
इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने खुलासा किया कि अगर ईरानी सुप्रीम लीडर उनकी पहुंच में होते, तो इजराइल उन्हें खत्म कर देता। उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्हें अमेरिका से इजाजत लेने की जरूरत नहीं होती।
इविन जेल पर हमला: 71 लोगों की मौत
23 जून को इजराइल ने तेहरान की कुख्यात इविन जेल पर हमला किया, जिसमें ईरानी न्यायपालिका के अनुसार 71 लोगों की मौत हुई। मृतकों में जेल कर्मचारी, सुरक्षाकर्मी, कैदी और मुलाकात करने आए लोग शामिल थे। हमले के बाद बचे हुए कैदियों को दूसरी जेलों में शिफ्ट कर दिया गया।
ईरानी सैन्य अधिकारियों और वैज्ञानिकों का अंतिम संस्कार
इजराइली हमलों में मारे गए 60 ईरानी सैन्य और परमाणु अधिकारियों का शनिवार को अंतिम संस्कार किया गया। इनमें 30 वरिष्ठ सैन्य कमांडर और 11 न्यूक्लियर वैज्ञानिक शामिल थे। इन अधिकारियों में ईरान के चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बाघेरी भी थे। जनाजे में हजारों की भीड़ शामिल हुई।