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अहमदाबाद प्लेन हादसा: उदयपुर के भाई-बहन का आज अंतिम संस्कार, वरदीचंद मेनारिया का शव सौंपा गया; कई परिवार अब भी अपनों की बॉडी का इंतजार कर रहे

12 जून को अहमदाबाद में हुए दर्दनाक विमान हादसे में राजस्थान के 14 लोगों की जान चली गई। हादसे के बाद शवों की पहचान और उन्हें परिवारों को सौंपने की प्रक्रिया जारी है।

आज उदयपुर में होगा भाई-बहन का अंतिम संस्कारउदयपुर निवासी शुभ और सगुन मोदी का अंतिम संस्कार रविवार को किया जाएगा। वे लंदन घूमने जा रहे थे। दोनों ने हाल ही में MBA पूरा किया था और पारिवारिक कारोबार संभाल रहे थे।

वरदीचंद मेनारिया का पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपा गयाउदयपुर के कंडेड़ा गांव निवासी वरदीचंद मेनारिया का शव शनिवार को उनके परिवार को सौंपा गया। उनके भाई भगवान मेनारिया ने बताया कि शव को लेकर वे उदयपुर लौट चुके हैं और रविवार सुबह अंतिम संस्कार करेंगे।

तीन बच्चों की पहचान, DNA रिपोर्ट का इंतजारबांसवाड़ा के तीन बच्चों के शव की पहचान हो गई है, लेकिन DNA रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें परिवारों को सौंपा जाएगा। परिजनों को अब भी अपनों की झलक भर देखने की उम्मीद है।

हनुमानगढ़ व बाड़मेर के MBBS स्टूडेंट्स का अंतिम संस्कारहनुमानगढ़ के पीलीबंगा निवासी मानव भादू और बाड़मेर के जयप्रकाश तर का अंतिम संस्कार शुक्रवार और शनिवार को किया गया। हादसे के वक्त दोनों मेस में खाना खा रहे थे।

विपुल राजपुरोहित का दुख: शादी के 5 महीने बाद पत्नी को खोयापाली के जवाहर नगर निवासी विपुल राजपुरोहित की पत्नी खुशबू इस हादसे में मारी गईं। दोनों की शादी जनवरी में हुई थी और खुशबू लंदन में अपने पति से मिलने जा रही थीं।

सच छुपाई गई: पत्नी को पति की मौत की खबर नहीं दी गईउदयपुर के प्रहराचंद्र मेनारिया की भी इस हादसे में मौत हो गई। लेकिन उनकी पत्नी को अब तक यह खबर नहीं दी गई है। बेटे लोकेश अहमदाबाद में हैं और पारिवारिक स्थिति संभाल रहे हैं।

राजस्थान के मृतकों की सूची से झलक:

1. अभिनव परिहार (बीकानेर) – लंदन में बिजनेस, अहमदाबाद में कारोबार शुरू किया था।

2. पायल खटीक (उदयपुर) – लंदन की यूनिवर्सिटी में एमटेक के लिए जा रही थीं।

3. वरदीचंद और प्रह्राचंद्र मेनारिया (उदयपुर) – लंदन में कुक थे, परिवार से मिलने भारत आए थे।

4. खुशबू राजपुरोहित (पाली) – पति से मिलने लंदन जा रही थीं।

5. डॉ. प्रतीक जोशी और डॉ. कौमी व्यास (बांसवाड़ा) – पूरे परिवार के साथ लंदन शिफ्ट हो रहे थे।

6. शुभ और सगुन मोदी (उदयपुर) – लंदन टूर पर जा रहे थे।

7. मानव भादू (हनुमानगढ़) – MBBS सेकंड ईयर के छात्र, इकलौते बेटे थे।

अभी भी कई परिवार अपनों की पहचान का इंतजार कर रहे हैंसहेली नगर, उदयपुर निवासी संजीव मोदी और उनकी पत्नी श्वेता मोदी अभी अहमदाबाद में हैं। उनके बच्चों शुभ और सगुन की पहचान के लिए DNA सैंपल लिए जा चुके हैं। रिपोर्ट आने में 72 घंटे लग सकते हैं। घरों में सन्नाटा पसरा हुआ है, और हर आंख अपने प्रियजनों की एक झलक पाने को तरस रही है।

यह हादसा न सिर्फ तकनीकी विफलता का मुद्दा है, बल्कि दर्जनों परिवारों के जीवन की सबसे बड़ी त्रासदी बन गया है। सरकार और जांच एजेंसियां दोषियों की पहचान में जुटी हैं।

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